Thursday, July 18, 2013

056-लो हम मरीज़-ए-`इश्क़ के

लो हम मरीज़-ए-`इश्क़ के बीमार-दार हैं
अच्छा अगर न हो तो मसीहा का क्या `इलाज
-मिर्ज़ा ग़ालिब

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